Aarti Shiv Ji Ki – शिव जी की आरती

Aarti Shiv Ji Ki – आरती शिव जी की

जय शिव ओंकारा हर शिव ओंकारा I

ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव अर्धांगी धारा II जय II

एकानन चतुरानन पंचानन राजे I

हसानन गरुडासन वृषवाहन साजे II जय II

दो भुज चार चतुर्भुज, दसभुज अति सोहे I

तीनो रूप निरखता, त्रिभुवन जन मोहे II जय II

अक्षमाला वनमाला मुण्डमाला धारी I

चन्दन मृगमद सोहे भोले शुभ कारी II जय II

श्वेताम्बर पीताम्बर भाग्म्बर अंगे I

सनकादिक ब्रम्हादिक, भूतादिक संगे II जय II

कर में श्रेष्ट कमण्डलु, चक्र त्रिशूल धर्ता I

जग करता जग भर्ता, जग पालन करता II जय II

ब्रह्मा, विष्णु, सदा शिव जानत अविवेका I

प्रणवाक्षर के मध्ये, यह तीनो एका II जय II

त्रिगुण शिव जी की आरती जो कोई नर गावे I

कहत शिवानन्द स्वामी, मंवान्क्षित फल पावे II

जय शिव ओंकारा हर शिव ओंकारा I

ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव अर्धांगी धारा II

महा शिव रात्रि ( Maha Shiv Ratri ) – भगवान शिव जी की पूजा कब और कैसे करें

महाशिवरात्रि का महत्व: महाशिवरात्रि हिन्दू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन भगवान शिव के पूजन का खास महत्व होता है। महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव ने अमृत पीने के लिए समुद्र मंथन किया था, और इसे इसलिए महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि इस दिन उनके पूजन से भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता है।

महा शिव रात्रि के अवसर पर कैसे पूजा करें:

  • मंदिर जाना: महा शिव रात्रि के दिन सुबह उठकर सबसे पहले मंदिर जाना चाहिए। भगवान शिव की मूर्ति के सामने जाकर प्रार्थना करें और उनके चरणों में अर्चना करें।
  • शिवलिंग पूजा: घर पर एक शिवलिंग की पूजा करना भी महत्वपूर्ण है। शिवलिंग को दूध, गंगाजल, धातू, बिल्व पत्र, रुद्राक्ष माला, और अक्षता से पूजें।
  • व्रत रखना: महाशिवरात्रि के दिन व्रत रखना बड़ा महत्वपूर्ण है। इसका मतलब है कि आपको एक ही दिन में एक बार ही आहार लेना चाहिए, और उस भोजन में शाकाहारी आहार और अन्य प्रकार के आहार को मिलाकर न खाना चाहिए।
  • जागरण: रात को जागरण का आयोजन करें, जिसमें शिव भजन और कथाएँ सुनी जाती हैं।
  • महामृत्युंजय मंत्र: इस दिन महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना भी अत्यंत फलदायक होता है।
  • दान करना: भगवान के नाम पर दान करना भी एक महत्वपूर्ण पारंपरिक प्रथा है। आप गरीबों को खाना, वस्त्र, धन, या कुछ भी दान कर सकते हैं।
  • महाशिवरात्रि कथा: इस दिन भगवान शिव की कथा का पाठ करना भी महत्वपूर्ण है। यह कथा उनके भक्तों को उनके जीवन के महत्वपूर्ण घटनाओं का ज्ञान दिलाती है।

महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव का विशेष पूजन करने से भगवान की कृपा प्राप्त होती है और भक्त के जीवन में सुख, संतोष, और शांति आती है। इसलिए, आप भी महाशिवरात्रि के दिन इन प्रक्रियाओं को अपनाकर भगवान शिव के आशीर्वाद का आश्वासन पा सकते हैं।

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