Motivational Story Employees –
जतिन जब ऑफिस घर पंहुचा तो अभी शाम हुआ था. घरवाले बैठ कर उसका कब से wait कर रहे थे. जैसे ही जतिन घर के दरवाजे पर पंहुचा सभी खड़े हो गये. सभी का ध्यान जतिन की ओर लग गया। ‘क्या हुआ आज ऑफिस में?’ यह बात सभी के मन में चल रही थी। उसके चेहरे पर एक गंभीरता थी, जिससे प्रतीत हो रहा था कि कुछ अच्छा नहीं हुआ है। जैसे ही वह घर के अंदर गया उसने सभी को एक बार देखा. सभी नजरे उसे घुर रही थी. सभी की नजरे बस जतिन पर टिक गयी. उसकी मा ने कुछ पूछना चाहा. तब तक जतिन उनलोगों से आगे निकल गया और सीधे अपने room में चला गया. उसकी वाइफ, उसकी माँ, डैड सब उसे बस जाते देखे.
जतिन अपनी एक company चलाता है. अपनी पापा की विरासत नहीं अपने मेहनत से बनाया हुआ. एक-एक सफलता पार करके. अपनी मेहनत के दम पर. अपने टैलेंट के बल पर. उसकी company भी अच्छी चल निकली. अच्छे दिन आने के बाद, खराब दिन भी आते हैं। यही जतिन के साथ भी हुआ. उसने company को बड़ा करने के लिए बैंक से भारी-भरकम लोन ले लिया. धीरे धीरे लोन का दबाव बढ़ने लगा. कंपनी का उत्पादकता तो बढ़ गया, मगर बिक्री कम हो गई। मार्केट में कंपनी की वृद्धि के बावजूद, बिक्री में कमी हो गई। जो माल कंपनी से निकलता है, वह अब बिक नहीं पा रहा है।
Motivational story employees – जब लगा सब कुछ खत्म हो गया
बैंक के लोग अपने इंस्टॉलमेंट जमा करने के लिए रोज-रोज आने लगे। धीरे-धीरे company का हालत बहुत बिगड़ गया. जो भी installment बैंक में जा रहा था वह भी बंद हो गया. बैंक वाले अपना installment के लिए आने लगे. उन्होंने अपने पैसों के एवज में कंपनी को नीलाम करने का मन बना लिया। इसलिए आज उसका नोटिस जीतन को मिला. इसलिए आज सभी की नजर जतिन पर था. मगर जतिन किसी के कुछ बोले बैगर अपने room में चला गया. सभी को पता भी होगा कुछ अच्छा नहीं हुआ है.
शाम तो जतिन फ्रेश होकर कमरे में बैठा था. उसका दिमाग बैंक रूपी काल से छुटकारा पाने का उपये सोच रहा था. कही कोई हल नजर नहीं आ रहा था. उसे बस यही लग रहा था अब हार गये company अब नीलाम हो जाएगी. पूरा परिवार रोड पर आ जाएगा. इतने दिन की मेहनत, एक-एक तिनके से बनाया गया company सारा कुछ ख़त्म. कही कुछ भी नहीं दिख रहा था जो उसे सहारा दे. जो उसे motivate कर सके, जो उसे हिम्मत दे सके.
Motivational story employees – एक story रास्ता दिखा गई
उसका दिमाग कही पर ठहर नहीं रहा था. वह एक book उठा लिया जो की उसका लड़का पढ़ रहा था. और उस book को पलटने लगा बिना मन के. उस book छोटे-छोटे कहानियां भी थी. वह उनको बिना मन के पढने लगा. टाइम पास करने के लिए. दिमाग को स्ट्रेस फ्री करने के लिए. पढने के बाद उसके चेहरे पर एक आत्मविश्वास बढ़ा. वह उस book के story को पूरा पढ़ गया.
एक story जिसमे एक मंद्बुधि लड़के को स्कूल से निकल दिया जाता है. क्यों की वह पढने में बिलकुल ही मंद्बुधि है. घर जाते समय वह पानी पिने के लिए एक कुए के पास जाता है और वह देख कर आश्च्यचचकित हो जाता है की कैसे एक रस्सी पत्थर से बने कुए पर बार-बार आने जाने से उस पर गढ्ढा हो गया. उसके दिमाग में भी यह बात बैठ गई की एक मुलयम धागे का बना रस्सी पत्थर हो घिस सकता है तो मैं की नहीं पढ़ सकता. वह वही से फिर स्कुल चला जाता है और एक और चांस अपने शिक्षक से मांगता है और फिर एक दिन बहुत विद्वान बनता है.
जो उसे चाहिए था उस छोटे से लड़के के book से मिल गया. उसकी energy बढ़ गई. वह पूरी तरह से motivate हो चूका था. उसे अब समझ में आ चूका था उसे क्या करना है और कैसे करना है. एक असफलता हमे फिर नहीं देता है. मुश्लिये भी अपने साथ उसका हल लेकर आता है. बस उसे देखने का जरूरत होता है और अमल करने का देर होता है. और कोई भी वह story पढ़ कर कुछ नहीं कर पता मगर जतिन ने अपने प्रॉब्लम को उस से relate किया और उसका solve ढूंड लिया.
Motivational story employees – अब success उसके पास था
अगले दिन वो बैंक वालो से खुद मिला और उनको एक लास्ट चांस देने के लिए बोला. वो लोग मान गये और लग गया नए तरीके से नई उर्जा से नई जोश से. और एक दिन वह फिर से अपनी company को खड़ा कर दिया success की राहो में.
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